rudranath temple in hindi रुद्रनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। जो भगवान शिव के पंच केदार मंदिरों में से एक है | यह समुद्र तल से लगभग 2,286 मीटर और 7,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है | यह मंदिर भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। rudranath mandir kahan hai
Rudranath Temple in Hindi रुद्रनाथ मंदिर के जुड़ी कुछ अनोखी कहनी |
यह मंदिर हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है | इस मंदिर तक आप केवल ऊबड़-खाबड़ इलाकों से ट्रेकिंग करके पहुँचा सकते है। हालांकि रुद्रनाथ का ट्रैक काफ़ी चुनौतीपूर्ण है | लेकिन भगवान शिव के प्रेम में पड़े भक्तों के लिए यह यात्रा मुश्किल भी नहीं होती। रास्ते भार आपको हिमालय के सूंदर दृश्य देखने को मिलते | जिसमें बर्फ से ढकी पहाड़ों की चोटियाँ, अल्पाइन घास के मैदान और घने जंगल शामिल हैं।
मंदिर के अंदर, लिंग के रूप में (भगवान शिव का प्रतिनिधित्व) दर्शता है | इस मंदिर की मान्यता यह है | कि इसे महाभारत के पांडवों द्वारा स्थापित किया गया था। मंदिर से आपको पहाड़ो और सुन्दर दृश्य देखने को मिलते है |
हर वर्ष, मई और जून के बिच भगवान शिव और पार्वती के विवाह के जश्न में रुद्रनाथ मंदिर में एक उत्सव आयोजित किया जाता है। इस त्योहार का आयोजन किया जाता है | पूरे भारतवर्ष से बड़ी संख्या में भक्त यहाँ आते है।
रुद्रनाथ मंदिर का इतिहास | History of Rudranath Temple
रुद्रनाथ मंदिर का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है | यह मंदिर पौराणिक हिंदू कथाओं और किंवदंतियों में डूबा हुआ है। क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार पांडवों ने, महाभारत में अपने भाईयों कौरवो की हत्या के पापों से मुक्त होना चाहते थे | तो पांडवों ने भगवन शिव की प्राथन की थी | इसी बीच पांडवों ने इस स्थान पर आए थे। और उन्होंने मंदिर के अंदर पत्थर का लिंग रूप में शिवलिंग की स्थापना थी। story of rudranath temple
समय के साथ, मंदिर का कई बार पुननिर्माण किया गया था | इस मंदिर को फिर से धर्मशास्त्री आदि शंकराचार्य ने अपनी यात्रा के दौरान मंदिर का निर्माण कराया था। बाद में, गढ़वाल साम्राज्य के शासकों द्वारा मंदिर का फिर से निर्माण किया गया। kedarnath mandir kab aaye
आज के समय में रुद्रनाथ मंदिर भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बन चुका है | हर साल हजारों की संख्या में भक्त यहां आते हैं। और मंदिर के पास से कई खुबसुरत दृश्य देखने को मिलते है।
रुद्रनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Visit Rudranath Temple
रुद्रनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अक्टूबर के बीच का माना जाता है | क्योंकि इन महीनों के दौरान मौसम हल्का और सुखद रहता है | और आसमान साफ होता है। इस समय मंदिर तक की यात्रा भी आसान होती है | साथ में हिमालय के सूंदर दृश्य भी देखने को मिल जाते हैं। best time to come rudranath temple
उसी समय गर्मियों के महीनों में, रुद्रनाथ मंदिर में दिन के दौरान तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है |
हालांकि बारिश के महीनों में, रुद्रनाथ मंदिर में दिन के दौरान तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस रहता है | पर भरी बारिश के कारण ट्रेक करना एक चुनौतीपूर्ण हो जाता है |
कहाँ रुके रुद्रनाथ मंदिर | Where to Stay Rudranath Temple
गोपेश्वर (Gopeshwar): गोपेश्वर रुद्रनाथ मंदिर से करीबन 30 किमी दूर स्थित एक छोटा सा शहर है। इस शहर में कई होटल और गेस्टहाउस शामिल हैं | जो बुनियादी सुविधाएं और ठहरने के लिए एक अच्छा विकल्प हैं।
सागर गांव (Sagar Village): सागर गांव रुद्रनाथ मंदिर के ट्रेक का केंद्र बिंदु है | और इस जग़ह पर कई शिविर और होमस्टे बने हुऐ हैं | जो टेंट, स्लीपिंग बैग और भोजन जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं। kedarnath temple to kaha ruke
पनार बुग्याल (Panar Bugyal): पनार बुग्याल रुद्रनाथ मंदिर से लगभग 6 किमी की दूरी पर स्थित है। जो एक खूबसूरत घास का मैदानी जगह है | इस पनार बुग्याल में कई शिविर और टेंट जैसे सुविधाएं है |
रुद्रनाथ मंदिर के पास के स्थान | Near Places in Rudranath Temple
रुद्रनाथ मंदिर उत्तराखंड, भारत में गढ़वाल हिमालय के एक दूरस्थ क्षेत्र में स्थित है, और सुंदर प्राकृतिक परिदृश्य और अन्य तीर्थ स्थलों से घिरा हुआ है। रुद्रनाथ मंदिर की यात्रा के दौरान आगंतुक आस-पास के कुछ स्थानों का पता लगा सकते हैं | kedarnath temple ghumne ki jagah
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park): नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल है | जो रुद्रनाथ मंदिर से 30 किमी दुरी पर स्थित है। इस राष्ट्रीय उद्यान में मायावी हिम तेंदुए, हिरण, भालू और कई पक्षियो सहित वनस्पतियों घर है।
कल्पेश्वर मंदिर (Kalpeshwar Temple): कल्पेश्वर मंदिर पंच केदार मंदिरों में शामिल है | और यह मंदिर रुद्रनाथ से लगभग 14 किमी दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भी भगवान शिव को ही समर्पित है |
मद्महेश्वर मंदिर (Madmaheshwar Temple): मद्महेश्वर मंदिर भी पंच केदार मंदिरो में से एक है | और यह मंदिर भी रुद्रनाथ मंदिर से करीबन 40 किमी दूर स्थित है। इस मंदिर में भगवान शिव की नाभि प्रकट हुई थी।
हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib): हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा रुद्रनाथ मंदिर से लगभग 130 किमी दूर स्थित है | जो सिखो का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। ऐसा माना जाता है | इस स्थान पर गुरु गोबिंद सिंह ने ध्यान लगाया और ज्ञान प्राप्त किया।
रुद्रनाथ मंदिर कैसे पहुंचे | How to Reach Rudranath Temple
सड़क मार्ग: रुद्रनाथ मंदिर का सबसे नजदीकी शहर जोशीमठ है | जो सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। और निकटतम हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है | जो जोशीमठ से करीबन 280 किमी दूर है। और जोशीमठ से हरिद्वार लगभग 270 किमी है | हरिद्वार बस स्टैंड आपको कई बस और टैक्सी मिल जाती है | rudranath temple to haridwar distance
रेलवे मार्ग: जोशीमठ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश का योग नागरी रेलवे स्टेशन है | जो जोशीमठ से लगभग 250 किमी की दुरी पर स्थित है |
जोशीमठ से आगे आपको सागर गांव तक जाना पड़ता है | क्योंकि रुद्रनाथ मंदिर का ट्रेक वही से शुरु होता है। जोशीमठ से सागर गांव लगभग 45 किमी दूर है | इस दुरी को आप लगभग 3-4 घंटे तय कर सकते हो। rudranath trek information
सागर गांव से ही रुद्रनाथ का ट्रेक शुरू होता है | जो लगभग 20 किमी का ट्रेक घने जंगलों, खूबसूरत घास के मैदानों और खड़ी चढ़ाई से होकर गुजरता है। ट्रेकिंग को बहुत कठिन माना जाता है | और इसको पूरा करने में आमतौर पर 2-3 दिन लग जाते हैं।
ट्रेकिंग करते समय रास्ते में, कई छोटे गाँव और शिविर स्थल मिल जाते हैं जहाँ जाकर आप भोजन और आराम कर सकते हैं |
ट्रेकिंग के अंतिम खंड में मंदिर तक जाने के लिए खड़ी चढ़ाई शामिल है | जो समुद्र तल से लगभग 2,286 मीटर (7,500 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। rudranath temple in hindi
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